खेल डेस्क. भारत और वेस्टइंडीज के बीच दो मैच की सीरीज
का दूसरा टेस्ट 12 अक्टूबर से हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम
में खेला जाएगा। भारत ने राजकोट में खेला गया पहला टेस्ट 272 रन से जीता था। हैदराबाद टेस्ट को जीतकर या ड्रॉ कराकर टीम इंडिया घरेलू मैदान पर
लगातार 10वीं टेस्ट सीरीज जीतना चाहेगी। पिछली बार 2012 में उसे इंग्लैंड
ने चार टेस्ट की सीरीज में 2-1 से हराया था। इसके बाद से भारत कोई सीरीज
नहीं हारा।
भारतीय टीम इस टेस्ट में ओपनिंग में एक बदलाव कर सकती हैं। पहले टेस्ट
में शून्य पर आउट हुए केएल राहुल की जगह मयंक अग्रवाल को डेब्यू करने का मौका मिल सकता है। राहुल इंग्लैंड दौरे पर भी पांच टेस्ट में सिर्फ एक शतक
ही लगा सके थे। इस दौरान दस पारियों में सिर्फ एक ही बार 40 का आंकड़ा पार किया था।
मयंक का घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन शानदार रहा है। उन्होंने 43 फर्स्ट
क्लास मैच खेले हैं। इनमें उन्होंने 50.32 की औसत से 3372 रन बनाए हैं।
उनका हाइएस्ट 304* है। उन्होंने पिछली छह पारियों में 54.83 की औसत से 329
रन बनाए हैं। इसमें उनके भारतीय अध्यक्ष एकादश की ओर से खेलते हुए
वेस्टइंडीज के खिलाफ बनाए गए 90 रन भी शामिल हैं।
वहीं, राहुल ने अब तक 30 टेस्ट खेले हैं। उनके 37.72 की औसत से 1811 रन
हैं। इसमें पांच शतक भी शामिल हैं। इस दौरान वे छह बार बिना खाता खोले
पवेलियन लौटे हैं। राहुल ने इस साल नौ टेस्ट खेले। उन्होंने 16 पारियां
खेलीं, जिनमें 23.94 की औसत से एक शतक समेत 383 रन ही बना पाए। इस दौरान वे
आठ बार 10 या इससे कम रन ही बना पाए।
राजकोट टेस्ट में भारत के बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों का प्रदर्शन शानदार रहा। रविचंद्रन अश्विन और कुलदीप यादव ने 6-6 विकेट लिए। वहीं
रविंद्र जडेजा ने चार, मोहम्मद शमी ने दो और उमेश यादव ने एक विकेट हासिल
किया। उमेश यादव पूरे टेस्ट के दौरान सिर्फ 14 ओवर ही गेंदबाजी की। वे अपनी
गेंदों से विपक्षी बल्लेबाजों को बहुत परेशान भी नहीं कर पाए थे।
ऐसे में दूसरे टेस्ट में उमेश के मुकाबले पिछले पांच फर्स्ट क्लास मैच में 40 विकेट झटकने वाले मोहम्मद सिराज पर टीम प्रबंधन भरोसा जता सकता है।
दाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज 20 फर्स्ट क्लास मैच में 97 विकेट हासिल किए
हैं। उनका बेस्ट 8/59 है। हैदराबाद सिराज का घरेलू मैदान भी है। वे वहां की
पिच और परिस्थितियों से अच्छे से परिचित भी हैं।
यह मैच कुलदीप यादव के करियर का पांचवां टेस्ट होगा। वे चार टेस्ट में अब तक 15 विकेट ले चुके हैं। उनके पास अपने 100 अंतरराष्ट्रीय विकेट पूरे
करने का मौका होगा। कुलदीप ने टेस्ट में 15 विकेट लेने के अलावा, 29 वनडे
में 58 और 12 टी-20 में 24 विकेट लिए हैं, यानी उनके खाते में 97
अंतरराष्ट्रीय विकेट हैं। यदि हैदराबाद टेस्ट में वे तीन विकेट लेते हैं तो
यह संख्या 100 हो जाएगी।
भारतीय टीम विंडीज के खिलाफ लगातार सातवीं सीरीज जीतना चाहेगी। मुकाबला ड्रॉ रहने पर भी भारत 1-0 से सीरीज जीत लेगा। वेस्टइंडीज की टीम पिछले 16
साल से भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज नहीं जीत सकी। इस दौरान दोनों के बीच 19 टेस्ट हुए, जिसमें भारत 10 जीता और 9 ड्रॉ रहा। वेस्टइंडीज पिछली बार अपने
घरेलू मैदान पर 2002 में सीरीज जीता था।
भारतीय टीम 1983 से अपने घरेलू मैदान पर विंडीज से सीरीज नहीं हारी। तब
से पांच सीरीज हुए, जिसमें टीम इंडिया तीन जीती। इस दौरान कुल 15 टेस्ट
खेले गए, जिसमें भारत आठ और वेस्टइंडीज दो जीता। वहीं, पांच टेस्ट ड्रॉ
रहे।
भारतीय टीम: विराट कोहली (कप्तान), अजिंक्य रहाणे
(उप-कप्तान), लोकेश राहुल, पृथ्वी शॉ, मयंक अग्रवाल, चेतेश्वर पुजारा,
हनुमा विहारी, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), रविचंद्रन अश्विन, रविंद्र जडेजा,
कुलदीप यादव, मोहम्मद शमी, उमेश यादव, मोहम्मद सिराज, शार्दुल ठाकुर।
वेस्टइंडीज टीम: जेसन होल्डर (कप्तान), सुनील
एम्ब्रीस, देवेंद्र बिशू, क्रेग ब्रैथवेट, रोस्टोन चेज, शेन डाउरिच, शेनोन
गेब्रियल, जहमर हैमिल्टन, शिम्रोन हेटमेयर, शाई होप, शेर्मन लेविस, कीमो पॉल, कीरन पॉवेल, केमार रोच, जोमेल वारिकन।